Ganesh Ji Aarti
अधिकतर लोग किसी शुभ काम को शुरू करने से पहले संकल्प करते हैं और गणेश जी को याद करते हैं. कुछ
लोग शुभारंभ करते समय सर्वप्रथम श्रीगणेशाय नम: लिखते हैं. इसके अलावा यह रिवाज भी है कि सभी
देवी-देवताओं से पहले श्री गणेश की पूजा की जाती है. इस रिवाज के बारे में तो अधिकतर लोग जानते हैं, लेकिन
ये बहुत कम लोग जानते हैं कि सबसे पहले गणेशजी की ही पूजा क्यों की जाती है. तो आइए आपको बताते हैं
क्यों की जाती है गणेश जी की सबसे पहले पूजा...
क्यों की जाती है गणेश जी की सबसे पहले पूजा...
दरअसल, किसी पूजा, आराधना, अनुष्ठान व कार्य में कोई विघ्न-बाधा न आए, इसलिए सर्वप्रथम गणेश-पूजा
करके उसकी कृपा प्राप्त की जाती है. इसके पीछे पौराणिक कथा भी है
करके उसकी कृपा प्राप्त की जाती है. इसके पीछे पौराणिक कथा भी है
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश, देवा .
माता जाकी पारवती, पिता महादेवा ..
माता जाकी पारवती, पिता महादेवा ..
एकदन्त, दयावन्त, चारभुजाधारी,
माथे पर तिलक सोहे, मूसे की सवारी .
पान चढ़े, फूल चढ़े और चढ़े मेवा,
लड्डुअन का भोग लगे, सन्त करें सेवा ..
माथे पर तिलक सोहे, मूसे की सवारी .
पान चढ़े, फूल चढ़े और चढ़े मेवा,
लड्डुअन का भोग लगे, सन्त करें सेवा ..
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश, देवा .
माता जाकी पारवती, पिता महादेवा ..
माता जाकी पारवती, पिता महादेवा ..
अंधे को आँख देत, कोढ़िन को काया,
बाँझन को पुत्र देत, निर्धन को माया .
‘सूर’ श्याम शरण आए, सफल कीजे सेवा,
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा ..
बाँझन को पुत्र देत, निर्धन को माया .
‘सूर’ श्याम शरण आए, सफल कीजे सेवा,
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा ..
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश, देवा .
माता जाकी पारवती, पिता महादेवा ..
See Also: Why Hindus Pray Sun God or Surya?
माता जाकी पारवती, पिता महादेवा ..
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